भगवान श्रीकृष्ण की शाश्वत लीलाएँ भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएँ केवल एक ऐतिहासिक घटना नहीं हैं, अपितु वे सर्वकालिक, शाश्वत और अनवरत रूप से चलने वाली…
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🌸 वैशाख पूर्णिमा की वह अद्भुत रात्रि: एक दिन वैशाख मास की पूर्णिमा को, स्नान और पूजा के उपरांत जब वे शालग्राम शिला को स्नान…
राधे राधे! श्री नृसिंहदेव – भक्त प्रह्लाद के रक्षक | उग्र रूप में करुणा 🙏 भक्ति सन्देश: “जो सच्चे हृदय से भगवान को पुकारता है,…
राधे राधे! तव कथामृतं तप्तजीवनं… – श्रीकृष्णकथा की अमृत महिमा श्लोक:“तव कथामृतं तप्तजीवनंकविभिरीडितं कल्मषापहम्।श्रवणमङ्गलं श्रीमदाततंभुवि गृणन्ति ते भूरिदा जनाः॥”— श्रीमद्भागवत 10.31.9 (गोपिकागीत) शब्दार्थ एवं भावार्थ:…
श्रीचैतन्यचरितामृत की अद्वितीय महिमा ।। वन्देऽहं करुणासिन्धुं कृष्णदासं प्रभुं मम।यत्पादपद्मयोर्दीप्ताः कार्यसिद्धिर्भवेदपि।।।। परम विजयते श्री श्रीचैतन्यचरितामृतम् ।। मंगल ज्येष्ठ मास, कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि को श्रीवृंदावनधाम…
श्री चैतन्य चरितामृत — अमृतधारा का साक्षात स्वरूप 🙏 “वन्दे श्री-कृष्ण-चैतन्यं, नित्यानन्द-सहोधितम्। गौरोदयी पुष्पवनं, भक्त-चन्द्र निकाशकम्॥” आज श्री चैतन्य चरितामृत जयंती के पावन अवसर पर…
नाट्य शीर्षक: “भक्ति की महिमा” पात्र: दृश्य 1:(आश्रम का शांत वातावरण। वृक्ष के नीचे गुरुजी ध्यानमग्न हैं। शिष्य उनके पास आकर प्रणाम करता है।) शिष्य:(विनम्रता…
भक्ति मार्ग में न कोई जटिल यज्ञ की आवश्यकता होती है, न तीव्र तपस्या की, न ही कठिन साधना की। केवल प्रेमपूर्वक भगवान का स्मरण,…
सार बात है — आचरण! “श्रवण, कीर्तन, स्मरण आदि सब साधनों का सार तब फलदायी होता है,जब मन, वाणी और कर्म में समत्व और शुद्धता…
श्रीजानकी प्राकट्य महोत्सव: करुणामयी जननी के श्रीचरणों में श्रद्धा-सुमन ॥ श्रीसीतारामाभ्यां नमः ॥ “उद्भव स्थिति संहार कारिणीं क्लेश हारिणीम्।सर्वश्रेयस्करीं सीतां नतोऽहं राम वल्लभाम्॥” जो जननी…