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गौर प्रिय दास – भागवत प्रवक्ता, लेखक और भक्तिपथ के प्रेरक

गौर प्रिय दास | श्रीमद्भागवत कथा वक्ता | कृष्णकथा और चैतन्य महाप्रभु की शिक्षाएं | Vrindavan Bhakti Speaker गौर प्रिय दास के बारे में गौर…

अभिमान या स्वाभिमान – वैष्णव दृष्टिकोण से एक चिंतन

अभिमान और स्वाभिमान का वैष्णव विवेचन | दैन्यता का भाव | श्रीकृष्ण के सेवक का आत्मनिरीक्षण अभिमान या स्वाभिमान अधिकतर अभिमान और स्वाभिमान की बात…

कामदा एकादशी व्रत कथा (चैत्र शुक्लपक्ष की पुण्यमयी तिथि)

🌸 कामदा एकादशी व्रत कथा 🌸 (चैत्र शुक्लपक्ष की पुण्यमयी तिथि) राजा युधिष्ठिर ने श्रीभगवान से पूछा:“हे वासुदेव! आपको मेरा कोटिशः प्रणाम है। कृपया यह…

श्री अलारनाथ जी मंदिर – श्री चैतन्य महाप्रभु के प्रेमद्रवित शरीरचिह्नों का दुर्लभ दर्शन

श्री अलारनाथ जी मंदिर, ओडिशा के जगन्नाथ पुरी से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित है। यह प्राचीन मंदिर श्री हरि विष्णु को समर्पित है, जिन्हें…

श्रेयः कैरव-चंद्रिका-वितरणम्: हरिनाम संकीर्तन का मंगलमय प्रभाव

हरिनाम संकीर्तन: भक्ति का मंगलमय प्रकाश | विद्या एवं भक्ति का प्राण तत्व श्रीहरिनाम संकीर्तन जीव के मंगल रूप कुमुद के विकास के लिए ज्योत्सना…

64 प्रकार के नाम अपराध (नामापराध)

64 प्रकार के नाम अपराध (नामापराध) का वर्णन श्री चैतन्य महाप्रभु और अन्य वैष्णव आचार्यों ने किया है। ये अपराध श्री हरिनाम संकीर्तन करते समय…

दान-लीला की और गोपियों से प्रेम और भक्ति

ऐसी एक जगह है सांकरी खोर, जहा भगवान श्रीकृष्ण ने दूध दही बेचने की कुप्रथा को रोकने के लिए दान लीला की थी। कहा जाता…

भगवान श्री राधाकृष्ण की 64 प्रकार की गुप्त सेवा

भगवान श्री राधाकृष्ण की 64 प्रकार की गुप्त सेवा का उल्लेख वैष्णव ग्रंथों में मिलता है, विशेष रूप से गौड़ीय वैष्णव परंपरा में। यह सेवाएँ…

लौकिक एवं अलौकिक भाग्य

लौकिक एवं अलौकिक भाग्य प्रत्येक जीव का अपना एक लौकिक भाग्य होता है। इस लौकिक भाग्य के प्रभाव से उसे धन, परिवार, स्त्री, पुत्र, मान-सम्मान,…

श्रीमद्भागवत 1.1.1-3 गौड़ीय संप्रदाय की दृष्टि से विशेष अनुव्याख्या

श्रीमद्भागवत 1.1.1 – गौड़ीय संप्रदाय की दृष्टि से विशेष अनुव्याख्या श्लोक: जन्माद्यस्य यतोऽन्वयादितरतश्चार्थेष्वभिज्ञ: स्वराट्तेने ब्रह्म हृदा य आदिकवये मुह्यन्ति यत्सूरय:।तेजोवारिमृदां यथा विनिमयो यत्र त्रिसर्गोऽमृषाधाम्ना स्वेन…

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