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गौर प्रिय दास – भागवत प्रवक्ता, लेखक और भक्तिपथ के प्रेरक

गौर प्रिय दास | श्रीमद्भागवत कथा वक्ता | कृष्णकथा और चैतन्य महाप्रभु की शिक्षाएं | Vrindavan Bhakti Speaker गौर प्रिय दास के बारे में गौर…

श्रीमद्भागवत 1.1.1-3 गौड़ीय संप्रदाय की दृष्टि से विशेष अनुव्याख्या

श्रीमद्भागवत 1.1.1 – गौड़ीय संप्रदाय की दृष्टि से विशेष अनुव्याख्या श्लोक: जन्माद्यस्य यतोऽन्वयादितरतश्चार्थेष्वभिज्ञ: स्वराट्तेने ब्रह्म हृदा य आदिकवये मुह्यन्ति यत्सूरय:।तेजोवारिमृदां यथा विनिमयो यत्र त्रिसर्गोऽमृषाधाम्ना स्वेन…

श्रीकृष्ण की अद्वितीय महिमा – माता कुंती की स्तुति

📖 श्रीमद्भागवत महापुराण (१.८.१८) – श्रीकृष्ण की अद्वितीय महिमा श्लोक: “नमस्ये पुरुषं त्वाद्यमीश्वरं प्रकृते: परम्।अलक्ष्यं सर्वभूतानामन्तर्बहिरवस्थितम्॥” 🔹 कुंती माता द्वारा श्रीकृष्ण की स्तुति यह श्लोक…

भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य लीलाओं का वर्णन

भगवान श्रीकृष्ण करुणा और उदारता के सागर हैं। उनके उदार चरित्र का गान बड़े-बड़े मुनि, योगी, वेदों के ज्ञाता और भक्तजन निरंतर करते रहते हैं।…

भगवान श्रीहरि के प्रमुख कितने अवतार हुए हैं ?

भगवान श्रीहरि के प्रमुख अवतार – भगवान श्रीहरि अनंत रूपों में अवतार लेते हैं, परंतु श्रीमद्भागवत महापुराण (1.3.26) में कहा गया है— 📖 “अवतार ह्यसङ्ख्येयाः…

Bhagwatam1.1.3 श्रीमद्भागवत 1.1.3 का अनुव्याख्यान

श्रीमद्भागवत 1.1.3 का अनुव्याख्यान श्लोक: निगमकल्पतरोर् गलितं फलंशुकमुखाद् अमृतद्रवसंयुतम्।पिबत भागवतं रसामयंमूहुरहो रसिका भुवि भावुका:॥ व्याख्या (शब्दार्थ एवं संरचना) अनुव्याख्या (गहरी व्याख्या एवं भावार्थ) 1. श्रीमद्भागवत…

BHAGWATAM1.1.2 श्रीमद्भागवत 1.1.2 का अनुव्याख्यान

श्रीमद्भागवत 1.1.2 का अनुव्याख्यान श्लोक: धर्मः प्रोज्झितकैटवोऽत्र परमो निर्मत्सराणां सतां वेद्यः।वास्तवमत्र वस्तु शिवदं तापत्रयोन्मूलनं॥श्रीमद्भागवते महामुनिकृते किं वा परैः।इश्वरः सद्यो हृद्यविरुद्ध्यतेऽत्र कृतिभिः शुश्रूषुभिः तत्-क्षणात्॥ व्याख्या (शब्दार्थ…

Bhagwatam1.1.1 श्रीमद्भागवत महापुराण 1.1.1 का अनुव्याख्यान

यह श्लोक श्रीमद्भागवत महापुराण का प्रथम श्लोक है, जो संपूर्ण ग्रंथ का आधार प्रस्तुत करता है। इसमें भगवान की परम सत्ता, ज्ञान, स्वतंत्रता, और सत्यस्वरूप…

श्रीमद् भागवत कथा का महात्म्य

श्रीमद् भागवत कथा हिंदू धर्म की अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र ग्रंथों में से एक है। इसे ‘भागवत महापुराण’ के नाम से भी जाना जाता है।…

प्रह्लाद भक्ति दर्शन | प्रह्लाद का गहन और दिव्य आनंद”

बिल्ली के बच्चों की रक्षा करना प्रहलाद को शिक्षा के लिए एक पाठशाला में भेजा गया, जहाँ उनके पिता हिरण्यकशिपु के आदेशानुसार केवल उनके नाम…

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